1. दत्तक संतान सदियों से विधिमान्य रही है, और रहेगी।2. दत्तक संतान ग्रहण करना हमारे देश में वैदिककाल से प्रचलित है।3. इसीलिए मनुस्मृति में भी सगी संतान के अभाव में दत्तक संतान का उल्लेख मिलता है। 4. यदि दत्तक संतान ग्रहण भी कर लिया जाय तों वह जीवित नहीं बचती है. 5. हमारा भारत विवधता में एकता वाला देश है और पाकिस्तान साम्राज्यवाद की दत्तक संतान है. 6. इसलिए सौतेला माँ या बाप दोनों का व्यवहार अपने दत्तक संतान के लिए बदल जाता है। 7. महिला की संपत्ति में उसकी दत्तक संतान का वैसा ही अधिकार होता है, जैसा बायलॉजिकल संतान का। 8. महिला कर्मचारियों के लिए पूर्ण वेतन सहित दत्तक संतान छुट्टी (1 वर्ष से कम आयु का शिशु) 9. इसके साथ ही यह भी जरूरी नहीं कि दत्तक संतान समान जाति, धर्म तथा अच्छे खानदान की ही हो। 10. * पत्रिका (कुंडली) में गुरु राहु युति हो व पंचम स्थान पाप प्रभाव में हो तो दत्तक संतान का योग बनता है।