1. ब्रह्मसमाज हिन्दू धर्म से सम्बन्धित प्रथम धर्म-सुधार आन्दोलन था। 2. दूसरी तरफ धर्म-सुधार आंदोलन में सामर्थ्य थी कि वह जनता के बीच पहुंच सके. 3. सोलहवीं सदी के प्रारंभ में धर्म-सुधार आंदोलन ने प्रोटेस्टेंट धर्म को जन्म दिया । 4. अकबर जब आंतरिक झगड़ों से मुक्त हुआ तो उसका धर्म-सुधार की ओर ध्यान गया। 5. नवजागरण, ज्ञानोदय और धर्म-सुधार के साथ-साथ राष्ट्र-राज्य भी आधुनिक युग का प्रतीक बन गया. 6. अकबर जब आंतरिक झगड़ों से मुक्त हुआ तो उसका धर्म-सुधार की ओर ध्यान गया। 7. दूसरी तरफ धर्म-सुधार आंदोलन में सामर्थ्य थी कि वह जनता के बीच पहुंच सके. 8. १८६३ में शिक्षा प्राप्त कर गुरु की आज्ञा से धर्म-सुधार हेतु ' पाखण्ड खण्डिनी पताका' फहराई। 9. १८६३ में शिक्षा प्राप्त कर गुरु की आज्ञा से धर्म-सुधार हेतु ' पाखण्ड खण्डिनी पताका' फहराई। 10. नवजागरण, ज्ञानोदय और धर्म-सुधार के साथ-साथ राष्ट्र-राज्य भी आधुनिक युग का प्रतीक बन गया.