1. क्या नारी जैसा धैर्य और साहस 2. पुष्य नक्षत्र का व्यवहार प्राचीन ऋषियों ने नारी जैसा शांत, गंभीर व सत्यनिष्ठ माना है. 3. कहा जाता है नारी जैसा कठोर नहीं और नारी जैसा कोई नरम नहीं है. 4. कहा जाता है नारी जैसा कठोर नहीं और नारी जैसा कोई नरम नहीं है. 5. पुष्य नक्षत्र का व्यवहार प्राचीन ऋषियों ने नारी जैसा शांत, गंभीर व सत्यनिष्ठ माना है. 6. पुरुष न कभी नारी जैसा बन सकता है और न ही उत्कृष्ट नारी चरित्र अभिनीत कर सकता. 7. ! फिर एक बात ये भी है कि नारी हो कर मैं नारी जैसा ही सोच सकती हूँ आखि र.... 8. परसाई के अतिरिक्त और किसी का नाम लेने में उन्हें ‘ संकोच ' ; एक पतिव्रता नारी जैसा संकोच, होता है। 9. नारी जैसा इस संसार में कोई नहीं, जिसके बल पर सारी स्रष्टि चल रही है,नारी नहीं होती सायद यह स्रष्टि भी नहीं होतीं।10. जब प्रतिभा पाटिल ने जलगाँव के मूलजी जेठा (एम.जे. कॉलेज) विश्वविद्यालय में प्रवेश किया, तो उनका व्यक्तित्व किसी दब्बू नारी जैसा नहीं था।