1. पुराण में देवी परम रहस्यमय अति निगूढ तत्व हैं। 2. कहानी में उठाए प्रश्न, निगूढ प्रश्न ही बनकर रह गये हैं। 3. तुलसी की भक्ति में श्रध्दा और विश्वास का निगूढ समन्वय मिलता है । 4. लेकिन मेरा किसी निगूढ कारणवश विश्वास है कि वह अभी ऐसा न करेगा। 5. आह घिरेगी हृदय-लहलहे खेतों पर करका-घन-सी, छिपी रहेगी अंतरतम में सब के तू निगूढ धन-सी। 6. आह घिरेगी हृदय-लहलहे खेतों पर करका-घन-सी, छिपी रहेगी अंतरतम में सब के तू निगूढ धन-सी। 7. इसका अंगी रस ‘ वीर ' है उसका नायक महासत्त्व, निगूढ अहंकारवान् और दृढ़व्रत है। 8. जैसे बीच यात्रा में छूटा हुआ मौन, जैसे किसी निगूढ राह से मानों बीती हुई एक शाम, बीत गई माँ... 9. पांच हजार वर्ष पूर्व आज की ही तरह विश्व के क्षितिज पर भाद्रपद की अंधेरी रात्रि अपनी निगूढ कालिमा के साथ छाई हुई थी। 10. . जैसे बीच यात्रा में छूटा हुआ मौन,जैसे किसी निगूढ राह से मानों बीती हुई एक शाम,बीत गई माँ...हर दिन मुझमें शेष रह जाती हो “माँ”