1. वैदिक सभ्यता तो मुलत: पशुचारक ही थी। 2. इसे पहली इतालवी पशुचारक प्रेमकथा कहा जा सकता है। 3. इसे पहली इतालवी पशुचारक प्रेमकथा कहा जा सकता है। 4. इसमें पशुचारक अमेतो की कल्पित प्रेमकहानी है जिसे रूपक का रूप दे दिया गया है। 5. इसमें पशुचारक अमेतो की कल्पित प्रेमकहानी है जिसे रूपक का रूप दे दिया गया है। 6. छानियों से पशुचारक वापस भाग रहे हैं और अधिकांश पशुचारक यहां आ ही नहीं रहे हैं। 7. छानियों से पशुचारक वापस भाग रहे हैं और अधिकांश पशुचारक यहां आ ही नहीं रहे हैं। 8. सामान्य किसान, मजदूर और पशुचारक शिवरात्रि की संध्या पर सिद्धस्त गवैय्यों की तरह गायन में खो जाते थे। 9. मुखौटा नृत्य के कथानकों में पहले के पशुचारक समाज की पर्यावरणीय चिंताएं तथा सामाजिक सरोकार भी झलकते हैं. 10. प्रकृति के इस प्रकोप से यहां रह रहे चमोली, पौड़ी और अल्मोड़ा जनपद के सैकड़ों पशुचारक अपने पशुओं को […]