1. पौषणिक मापदण्ड श्रांति के उपचार में सर्वाधिक अनिवार्य हैं।2. अन्य कारणों में दोषपूर्ण उपापचय, बद्धकोष्ठता तथा पौषणिक दोष समाहित हैं। 3. भोजन के प्रति बहुत अधिक लगाव और विचित्र पौषणिक स्वभाव के कारण इसकी कमी होती है। 4. यदि संकेत होगें तो आपका चिकित्सक रक्ताल्पता या अन्य पौषणिक कमियों के लिए जाँच कर सकता है। 5. जबकि उच्च प्राथमिक चरण के लिए पौषणिक मान 700 कैलोरी और 20 ग्राम प्रोटीन निर्धारित किया गया है। 6. जबकि उच् च प्राथमिक चरण के लिए पौषणिक मान 700 कैलोरी और 20 ग्राम प्रोटीन निर्धारित किया गया है। 7. पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन करने से पौषणिक स्थिति बढ़ती है और उसके फलस्वरूप मनुष्यों की सेहत अच्छी रहती है। 8. पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन करने से पौषणिक स्थिति बढ़ती है और उसके फलस्वरूप मनुष्यों की सेहत अच्छी रहती है। 9. [27] चूहों में, शराब की विस्तृत खपत से “शारीरिक क्षति नहीं होती थी”, लेकिन निर्लिप्तता पौषणिक नुकसान से जुड़ा था. 10. यह प्रायः दावा किया जाता है कि पौषणिक स्वास्थ्य में एक उल्लेखनीय सुधार लाने के लिए हमें पर्याप्त जानकारी है।