1. शकर ब्रह्मवादी है मायावादी या मिथात्ववादी नहीं है। 2. शकर ब्रह्मवादी है मायावादी या मिथात्ववादी नहीं है। 3. याज्ञवल्क्य बहुत बड़े ब्रह्मवादी ऋषि थे। 4. जगत् और ईश्वर को ओतप्रोत भाव से मानने वाले ब्रह्मवादी या सर्वात्मवादी 5. 88 हजार ब्रह्मवादी मुनी-गण, अपने शिष्यों के वंही स्थिर और सुरक्छित रहे । 6. गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर एक महान् ब्रह्मवादी थे और आत्म-ज्ञान कोशिक्षा का एक महत्त्वपूर्ण उद्देश्य मानते थे. 7. खट्टर काका बोले-तुम ब्रह्मवादी भी बनते हो, और पाप-पुण्य का भेद भी रखते हो। 8. गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर एक महान् ब्रह्मवादी थे और आत्म-ज्ञान को शिक्षा का एक महत्त्वपूर्ण उद्देश्य मानते थे। 9. साथ ही सभी सोचने वालों को ब्रह्मवादी ही कहा है, न कि किसी को भी कमबेश। 10. सोलहवें कांड में वे अनेक आध्यात्म विषय हैं जिनके केंद्र में ब्रह्मवादी याज्ञवल्क्य का महान् व्यक्तित्व प्रतिष्ठित है।