1. लोग आँख मींड़ कर आंसू पौंछ लेंगे पर वैसी मींड़ कौन निकालेगा? 2. लोग आँख मींड़ कर आंसू पौंछ लेंगे पर वैसी मींड़ कौन निकालेगा? 3. राग पूरिया में मींड़ के द्वारा भावों को एकसूत्र में रखा जाता है। 4. लोग आँख मींड़ कर आंसू पौंछ लेंगे पर वैसी मींड़ कौन निकालेगा? 5. लोग आँख मींड़ कर आंसू पौंछ लेंगे पर वैसी मींड़ कौन निकालेगा? 6. शहनाई में मींड़ भरने की यह दिव्यता, उनकी कला-यात्रा का सबसे प्रमुख बिन्दु बन गयी है.” 7. उनके सरोद-वादन की प्रमुख विशेषताएँ है-सुरीलापन, मींड़ का प्रयोग कम, स्वर-विस्तार में गहराई आदि। 8. बिस्मिल्ला खाँ की मींड़ , जो उनकी वादन कला का सबसे सशक्त पक्ष बन गयी है, देखने लायक है. 9. शहनाई में मींड़ भरने की यह दिव्यता, उनकी कला-यात्रा का सबसे प्रमुख बिन्दु बन गयी है. ” 10. उन्होंने अपनी राग अदायगी में जिस एक चीज़ पर सर्वाधिक मेहनत की है, वह उनका मींड़ का काम है.