1. यद्यपि मूषा आज भी विज्ञान-प्रयोगशालाओं में प्रयोग में आता है। 2. अवक्षेप को सुखाने के बाद, पोर्सिलेन की तुली हुई मूषा ( 3. मूषा नाम का व्यक्ति मलेछ्यो का आचार्य और पूर्व पुरुष था ।4. १९. मूषा (Crucible)-यह चीनी मिट्टी, क्वार्ट्ज़, या प्लेटिनम की बनी होती है। 5. मूषा (crucibles) और थाली बनाने में प्लैटिनम के स्थान पर इसका उपयोग किया जाता है।6. कानूनी मूषा जिसमें एक राजनीतिक मानहानि को परखा जाए, निजी मानहानि से अलग होनी चाहिए। 7. चीनी मिट्टी का त्रिकोण (clay pipe triangle) मूषा को तिपाई पर रखने के काम आता है। 8. मूषा (crucibles) और थाली बनाने में प्लैटिनम के स्थान पर इसका उपयोग किया जाता है।9. अवक्षेप को सुखाने के बाद, पोर्सिलेन की तुली हुई मूषा (crucible) में प्रज्वलित करके ठंढा कर तौलते हैं। 10. उसे बगल में छेद वाली मूषा में रखकर भट्ठी में रख दें और धौंकनी की सहायता से तेज आंच दें।