1. मृदु जल -इसमें कम खनिज होते हैं.2. जल तथा मृदु जल में विभक्त कर सकते हैं। 3. मोह मृदु जल का मरू में, त्यागकर मृग सो रहा है. 4. कैल्सियम आदि की अधिकता होती है, वहीं मृदु जल में ये पदार्थ कम मात्रा 5. सिंचाई के उलट बहुत से उद्योग मृदु जल के बजाए भारी जल को वरीयता देते हैं। 6. (6) रासायनिक दृष्टि से अलवण जल को हम कठोर जल तथा मृदु जल में विभक्त कर सकते हैं। 7. मृदु जल सुगमता से अपरदित होकर बह जाता है, जिससे वहाँ घाटी के उत्कीर्णन अधिक मात्रा में हो जाता है।8. कठोरता की मात्रा के अनुसार अगर इसकी मात्रा 60 से कम होती है तो उसे मृदु जल कहा जाता है। 9. मृदु जल सुगमता से अपरदित होकर बह जाता है, जिससे वहाँ घाटी के उत्कीर्णन अधिक मात्रा में हो जाता है।10. अगर सिंचाई के लिए केवल उच्च टीडीएस वाला पानी उपलब्ध हो तो कठोर जल को मृदु जल के ऊपर प्राथमिकता देनी चाहिए।