1. सम्पूर्ण रिक्थ इन दो वाक्यों में सिमट गया है। 2. फलतः अपराधी मनोवृतत्ति रिक्थ में भी प्राप्त हो सकती हैं। 3. फलतः अपराधी मनोवृतत्ति रिक्थ में भी प्राप्त हो सकती हैं। 4. साम्राज्यवाद कहता है की तुम्हारा कोई भाषाई रिक्थ नहीं है. 5. आपके पास कोई भाषाई रिक्थ नहीं है, कोई दार्शनिक रिक्थ नहीं है. 6. आपके पास कोई भाषाई रिक्थ नहीं है, कोई दार्शनिक रिक्थ नहीं है. 7. ऐसा करके ही वह ज्ञान के रिक्थ के प्रति अपना दायित्व निभा सकता है. 8. ' ' 2 कहना न होगा कि गाँधीवादी सौंदर्य-बोध का सम्पूर्ण रिक्थ इन दो वाक्यों में सिमट गया है। 9. “भक्तिरसामृत सिंधु” तथा “उज्ज्वलनीलमणि”, जिसमें कामशास्त्र की परंपराओं का रिक्थ है, वैष्णव रसशास्त्र के मौलिक और उपजीव्य ग्रंथ हैं। 10. यह ग्रन्थ जिस समाज का रिक्थ है उसे इस ग्रन्थ के ही माध्यम से ही पहचानना सम्भव हो सकता है।