1. लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (2. लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या होने तक सक्रिय रहा.3. तमिलनाडु में LTTE लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या होने तक सक्रिय रहा। 4. वहीं लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम ने पृथक राष्ट्र की मांग के लिए हिंसा का रास्ता अपनाया. 5. तमिलनाडु में LTTE लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या होने तक सक्रिय रहा. 6. मई 1991 में उनकी भी राजनैतिक हत्या, इसबार लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम के आतंकवादियों के हाथों हुई। 7. मई 1991 में उनकी भी राजनैतिक हत्या, इसबार लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम के आतंकवादियों के हाथों हुई। 8. वे लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम यानि एलटीटीई में वी प्रभाकरन के बाद दूसरे नम्बर पर माने जाते हैं. 9. श्रीलंका में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (एलटीटीई) और उससे अलग हुए धड़े के नेता करूणा के बीच धमकियों और आरोपों का सिलसिला जारी है. 10. पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी 21 वर्ष पहले तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम के एक आत्मघाती हमले में मारे गए थे.