1. यूरोप में लैक्टोस को लेकर लोगों की परेशानी ऐतिहासिक है. 2. यह लैक्टोस असहिष्णुता या दूध से एलर्जी वाले लोगों के लिए सुरक्षित है 3. दूध में मिनरल और विटामिंस के अलावा लैक्टोस शुगर और प्रोटीन होते हैं। 4. दूध में मिनरल और विटामिंस के अलावा लैक्टोस शुगर और प्रोटीन होते हैं। 5. अगर आपको लैक्टोस नहीं पचता है, तो इसकी जगह आप प्रोबायोटिक कैप्सूल ले सकते हैं। 6. ऐसा इसलिए क्योंकि एशिया और अफ्रीका में लैक्टोस से परेशानी बहुत आम बात है. 7. वे की आर्गेनिक केमिकल निकालकर उसमें मिलने वाले प्योर लैक्टोस को अलग कर लिया जाएगा. 8. अगर लैक्टोस लेना आपके लिए हेल्दी है, तो लो फैट डेयरी प्रॉडक्ट आपके लिए फायदेमंद रहेंगे। 9. जिन लोगों को लैक्टोस से दिक्कत होती है, उनके लिए बाजार में कुछ चीजें मौजूद हैं. 10. जोलोग किसी कारण लैक्टोस यानी शुगर मिल्क का सेवन नहीं कर पाते वे भी दही का सेवन कर सकते हैं।