1. सत्ता से संपत्तिवान होने की बढ़ती भूख 2. शनि जिस भाव में विराजमान है, यह आपको संपत्तिवान बनाता है। 3. ऐसे विधेयक पसार करने लगा कि जनताकी दीनता बढे और संपत्तिवान ज्यादा संपत्तिवाले बने. 4. ऐसे विधेयक पसार करने लगा कि जनताकी दीनता बढे और संपत्तिवान ज्यादा संपत्तिवाले बने. 5. चंचल, संपत्तिवान , बुद्धिमान, रिष्तेदारों से रहित, विपरीत लिंग वालों का प्रिय तथा बेषर्म बनाता है। 6. * गुरु तृतीय भाव में व चंद्रमा एकादश भाव में हो तो वह जातक भूमिवान, संपत्तिवान होता है। 7. कनिष्ठा पर तिल-कनिष्ठा पर तिल हो तो वह व्यक्ति संपत्तिवान होता है, किंतु उसका जीवन दुखमय होता है। 8. ग्रामीण समाज में कुछ जातियां संपत्तिवान होने की क्षमता रखती थीं और कई जातियों को इससे लगातार दूर रखा गया। 9. कनिष्ठा पर तिल-कनिष्ठा पर तिल हो तो वह व्यक्ति संपत्तिवान होता है, किंतु उसका जीवन दुखमय होता है। 10. मकान और प्लाट खरीदने के लिए जो भूषण परिवार ने किया है, वह सभी प्रोफेशनल और संपत्तिवान लोग करते हैं।