1. इसमें सममात्रा में पिसी हुई मिश्री मिलाकर रखें। 2. इसमें सममात्रा में पिसी हुई मिश्री मिलाकर रखें। 3. सर्पगंधा, अश्वगंधा और भाँग तीनों सममात्रा में मिलाकर रख लें। 4. मानसिक दूर्बलता-तिल गुड दोनो सममात्रा में लेकर मिला लें। 5. गर्भपात-जौ का छना आटा, तिल तथा चीनी-तीनों सममात्रा में लेकर महीन पीस लें। 6. -गर्भपात-जौ का छना आटा, तिल तथा चीनी-तीनों सममात्रा में लेकर महीन पीस लें। 7. -गर्भपात-जौ का छना आटा, तिल तथा चीनी-तीनों सममात्रा में लेकर महीन पीस लें। 8. चौथा टार्टेरिक अम्ल ऐसा हो सकता है जिसमें दक्षिणावdर्त और वामावर्त टार्टेरिक अम्ल की सममात्रा विद्यमान हो। 9. चौथा टार्टेरिक अम्ल ऐसा हो सकता है जिसमें दक्षिणावdर्त और वामावर्त टार्टेरिक अम्ल की सममात्रा विद्यमान हो। 10. यदि ये दोनों रूप सममात्रा में किसी विलयन में विद्यमान हों, तो ऐसा विलयन प्रकाशत: निष्क्रिय होगा।