1. नारी ब्लॉगर्स बनाम पुरुष ब्लॉगर्स तथा नारीवाद बनाम समानतावाद 2. प्राथमिक उद्देश्य पूर्णता, समानतावाद और सही सलामत विश्व है तो यह सच में ही गड़बड़ 3. यद्यपि समानतावाद के अन्तर्गत ही नारीवाद आता है, तथापि नारीवाद ने कभी निरपेक्ष समानता की बात नहीं की. 4. संपूर्ण समानतावाद में ‘ कल्याण ' के वितरण में समानता के सिद्धांत का कड़ाई से पालन किया जाता है. 5. यद्यपि समानतावाद के अन्तर्गत ही नारीवाद आता है, तथापि नारीवाद ने कभी निरपेक्ष समानता की बात नहीं की. 6. (घ) पर्यावरण और नारीवादी आंदोलन दोनों समानतावाद की वकालत करते हैं जिसमें कोई बड़ा या छोटा नहीं है । 7. दूसरा मुद्दा यह है कि नारीवाद जब स्त्री-पुरुष दोनों की समानता की बात करता है तो उसे नारीवाद क्यों कहा जाय, समानतावाद क्यों नहीं? 8. नारीवाद को समानतावाद कहने से समस्या के मूल का पता ही नहीं चलेगा क्योंकि फिर हर कोई यह पूछेगा कौन समान, किसके समान आदि. 9. मान्यवर दिनेशराय द्विवेदीजी से सहमत होते हुए यही चाहूंगी की इसे नारीवाद का नाम ना देकर समानतावाद कहा जाए तो भी बुरा नहीं होगा... 10. नारी ब्लॉगर्स बनाम पुरुष ब्लॉगर्स तथा नारीवाद बनाम समानतावाद आजकल ब्लॉगजगत में नारी ब्लॉगर्स और नारी मुद्दों को लेकर कुछ अधिक चर्चाएँ हो रही हैं.