1. हिंदुत्ववादी शक्तियों से भयभीत होना अस्वाभाविक नहीं है. 2. इस दृष्टि से दुःख से भयभीत होना भारी भूल है । 3. बहुत उल्लसित! यह करने के लिए प्रौद्योगिकी ऊपर से भयभीत होना है, हं. 4. जबकि भय की अनुभूति अथवा काल्पनिक कारणों से भयभीत होना भय रोग कहलाता है। 5. तमाम धार्मिकआस्थावादी शक्तियों से भयभीत होना , आज जैसे माहौल में स्वाभाविक है. 6. ' अभय' अर्थात् न तो किसी से भयभीत होना और न ही किसी को भयभीत करना । 7. इसके विपरीत मेरे ख्याल से ऑस्ट्रेलियाईयों को इस बात से भयभीत होना चाहिए कि मैं वापस आ गया हूं। 8. मनोवैज्ञानिको के अनुसार किसी भी समझ के दायरे से बाहर की घटना से भयभीत होना मानव मन की स्वभाविक प्रतिक्रिया है। 9. मनोवैज्ञानिको के अनुसार किसी भी समझ के दायरे से बाहर की घटना से भयभीत होना मानव मन की स्वभाविक प्रतिक्रिया है। 10. प्रश्न यह है कि क्या लिनक्स को सोलारिस से भयभीत होना चाहिए जो कि एफओएसएस समुदाय में लिनक्स का पहला, वास्तविक प्रतिद्वंद्वी है?