1. यह गर्भाश्य के सोनोग्राम जांच से दिख सकता है। 2. यह गर्भाश्य के सोनोग्राम जांच से दिख सकता है। 3. इसीलिये बार-बार सोनोग्राम किया जाता है। 4. आपके गर्भ पर ध्यान रखने के लिये अधिक सोनोग्राम हो सकता है। 5. आपको सोनोग्राम और दिल की धड़कन सुनने का हर बार आनंद लेना चाहिए। 6. जैसे बच्चा बढता जायेगा, आप बच्चा कैसे दिखता है, ये एक थ्रीडी सोनोग्राम से देख सकेंगे। 7. कभी-कभार जब अधिक खून बह रहा होता है, तो सोनोग्राम कराने का समय नहीं होता है। 8. युटेरस में प्लासेंटा का पोजिशन या जगह जानने के लिये, उल्ट्रासाउंड या युटेरस का सोनोग्राम किया जाता सकता है। 9. यदि आपकी प्रेग् नेंसी में कोई समस्या है, तो आपको जल्दी-जल्दी डॉक्टर के पास जाना होगा और अधिक सोनोग्राम करने होंगे। 10. आपको इसके लिये शायद सातवें महीने तक या जब तक चिकित्सक इस प्रकार के सोनोग्राम करने की पेशकश करेंगे, राह देखनी पड सकती है।