प्रभु के अंश!!जीवन प्रकाश है! मृत्यु अप्रकाश है! देह(प्रकृति)की गति है।
2.
सुरत शब्द का परिणाम बता दिया कि मेरी सुरत साधन करती हुई अशब्द और अप्रकाश गति में चली जाती है.
3.
उत्तर-साधन के समय आनन्द अवश्य मिलता है और फिर शारीरिकपने, मानसिकपने और आत्मिक अवस्था के भान-बोध अप्रकाश और अशब्द गति में जाने के बाद समाप्त हो जाते हैं मगर फिर उत्थान होता है तो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक भान-बोध होता है ।
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तमस्येतानि जायन्ते विवृद्धे कुरुनन्दन ॥ भावार्थ: हे अर्जुन! तमोगुण के बढ़ने पर अन्तःकरण और इंन्द्रियों में अप्रकाश, कर्तव्य-कर्मों में अप्रवृत्ति और प्रमाद अर्थात व्यर्थ चेष्टा और निद्रादि अन्तःकरण की मोहिनी वृत्तियाँ-ये सब ही उत्पन्न होते हैं॥ 13 ॥ यदा सत्त्वे प्रवृद्धे तु प्रलयं याति देहभृत् ।
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सनातन ऋषियों ने सबसे पहले यह महसूस किया कि पृथ्वी पर होने वाले दिन व रात का समय घटता-बढ़ता रहता है मगर दिन और रात का संयुक्त समय एक ही रहता है, चन्द्रमा का रात्रि दर्शन लगभग निश्चित क्रम में बढ़ता और घटता है एवं लगभग निश्चित अंतर से रात्री में पूर्ण प्रकाश (पूर्णिमा) और अप्रकाश (अमावश्या) आता है।
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जीवन के सर्कस में स्कूटर से गिरा गजब फिर भी न मरा पहली बार भिड़ा बकरी से बिजली के खम्भे फाट पड़ा अगली बार उसके बाद सिर दे मारा हिंदी की बिल्डिंग पर रहा तनावों में अक्सर अलबŸाा खुदपर हंसने का खेल नहीं कर पाया...................... किसने खाया किसका हबर-हबर किसने फेंका किसपर छिपकर अप्रकाश धाट किया किस विधि से जीवन की कविता में किसने फ्रॉड किया छोड़ो भी जिसने जो भी किया किया उसे यों दूर चुटकी से देखो जी मैंने अपना काम किया।
What is the meaning of अप्रकाश in English and how to say aprakash in English? अप्रकाश English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.