1. हूणों के अरण्यवासी होने की बात गाथिक लोगों 2. एक समय तक अरण्यवासी ऋषियों और मुनियों की रक्षा करता है। 3. किशोर अवस्था में अरण्यवासी ॠषिमुनीओं के यज्ञ में विघ्न खलेल डालने वाले 4. इस उदाहरण से पता चलता है कि गाथ लोग अरण्यवासी हूणों को हूण पिता और मग 5. महर्षि भार्गव बोले कि हे प्रभू! मेरे शिष्य तों आर्यों से दूर अरण्यवासी है. 6. कुछ लोगों ने यह भी सुझाव दिया है कि यति वास्तव में एक मानव अरण्यवासी हो सकता है. 7. 8. आठवें अध्याय में आंगतुक, आवासिक और गमिक के कर्तव्य; भोजन संबंधी नियम, भिक्षाचारी और अरण्यवासी के कर्तव्य; 8. [42] कुछ लोगों ने यह भी सुझाव दिया है कि यति वास्तव में एक मानव अरण्यवासी हो सकता है. 9. ऋषि पंचमी जैसे पर्वोंपर अरण्यवासी तपस्वी साधारण गृहस्थों में आकर धर्मोपदेश द्वारा उनका उद्बोधनकिया करते थे और उन्हें सदाचार सिखाते थे. 10. अरण्यवासी ऋषिकल्पों की सरल अभ्यर्थना से वह आनन्दित हुआ ; परन्तु जब उसे ससैन्य आमन्त्रण मिला, तब बहुत ही चकित हुआ।