1. चाहिए और अश्रव्य प्रयोग नहीं करने चाहिए। 2. किन्तु हृदय में वह अश्रव्य धुन उमडी क़ि संभवतः कुछ 3. इन्द्रियों के परे जो है वही सर्वोच्च है अदृश्य, अश्रव्य , अस्प्रश्य 4. इसलिए भाषा को अग्राह्य होने से बचानाचाहिए और अश्रव्य प्रयोग नहीं करने चाहिए। 5. इसलिए भाषा को अग्राह्य होने से बचाना चाहिए और अश्रव्य प्रयोग नहीं करने चाहिए। 6. काम देती है और इसलिए जो स्वर बाहर से पूरी तरह अश्रव्य होता है वह 7. जो भी है, ज्ञान से परे, दृष्टि से दूर,जिह्वा से अकथनीय कानों से अश्रव्य 8. पर सिर्फ़ धरती है ऐसी जो हर क्षण सुनती रहती है बिसूरने की अश्रव्य आवा ज़. 9. मेरे लिए कथाकृति या रचना, स्मृत व विस्मृत क्षणों का आलोकन है, जो काल के अवकाश में अश्रव्य ध्वनि की मानिंद रहते हैं. 10. किसी भी ध्वनी, किसी भी किस्म की श्रव्य या अश्रव्य आवाज़ के पैदा होने के लिए कम्पनों का पैदा होना एक आवश्यक शर्त है.