इस सिद्धांत के अनुसार जब शब्द आज्ञार्थक वाक्य में अन्य शब्दों से अन्वित (संबंधित) होता है तभी वह अर्थविशेष का अभिधान करता है।
5.
इन्हें आज्ञार्थक वृत्ति (इंपरेटिव मूड), संकेतार्थक वृत्ति (इंडिकेटिव मूड) और संभावनार्थक वृत्ति (” सबजंक्टिव मूड) कहते हैं।
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2. निषेधार्थक वाक्य। 3. आज्ञार्थक वाक्य। 4. प्रश्नार्थक वाक्य। 5. इच्छार्थक वाक्य। 6. संदेर्थक वाक्य। 7. संकेतार्थक वाक्य। 8. विस्मयबोधक वाक्य। 1. विधानार्थक वाक्य-जिन वाक्यों में क्रिया के करने या होने का सामान्य कथन हो।
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पूर्वकालिक कृदंत धातु में-इ-या-ई लगाकर बनाया जाता है, जैसे खाई (खाकर), लिखी (लिखकर), विधिलिंग और आज्ञार्थक क्रिया के रूप में संस्कृत प्राकृत से विकसित हुए हैं-माँ हलाँ (मैं चलूँ), असीं हलूँ (हम चलें), तूँ हलीं (तू चले), तूँ हल (तू चल), तब्हीं हलो (तुम चलो);
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पूर्वकालिक कृदंत धातु में-इ-या-ई लगाकर बनाया जाता है, जैसे खाई (खाकर), लिखी (लिखकर), विधिलिंग और आज्ञार्थक क्रिया के रूप में संस्कृत प्राकृत से विकसित हुए हैं-माँ हलाँ (मैं चलूँ), असीं हलूँ (हम चलें), तूँ हलीं (तू चले), तूँ हल (तू चल), तब्हीं हलो (तुम चलो);
What is the meaning of आज्ञार्थक in English and how to say ajnyarthak in English? आज्ञार्थक English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.