1. उच्चारण के कालमान को ' मात्रा ' कहते हैं. 2. कालमान के अनुसार स्वरों के दो प्रकार हैं:3. कालमान तथा फर्स्ट फोटान की ऊर्जा के स्थानांतरण के सिद्धांत को ठीक नहीं मानते।4. मानवजीवन, व्यवहार के लिए कालमान एवं तिथिगण्ना किसी भी देश की ऐतिहासिकता की आधारशीला होती है। 5. उनके कालमान से उनकी आयु सौ वर्ष की होती है और हमारे कालमान से 36000 वर्ष से कुछ अधिक। 6. उनके कालमान से उनकी आयु सौ वर्ष की होती है और हमारे कालमान से 36000 वर्ष से कुछ अधिक। 7. अधिक मास होने का सारा रहस्य चांद्रमास और सौरमास के कालमान में तालमेल स्थापित किए जाने में निहित है। 8. भारतीय पंचांग में इसीलिए स्थानीय मान, कालमान , दिनमान निकालना, शुभ एवं अशुभ दोनों में जानना जरूरी होता है। 9. रामायण का प्रतिदिन वाचन करने वाले मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि रामायण का कालमान तीर्थंकर मुनि सुव्रत के समय का है। 10. “पंचांग” शीर्षक लेख में बतलाया गया है कि “वर्ष” नामक कालमान का हेतु वसंतादि ऋतु बतलाने का है, इससे वर्षमान सायन लेना चाहिए।