1. उनके अनुसार कालिक-क्षय अवश्यम्भावी होता है। 2. कालिक-क्षय (Aging) का धीमी गति से होना उनमें से एक है।3. वैज्ञानिक कालिक-क्षय की व्याख्या दो पहलुओं से-शारीरिक एवम् विकासात्मक-ढूँढ़ते हैं, । 4. जॉर्ज विलियम्स ने प्रतिपादित किया कि धीमी गति का कालिक-क्षय कुशल मरम्मत-तंत्र का सूचक है। 5. आशा की जा सकती है कि विकासात्मक व्याख्या से ही कालिक-क्षय की शारीरिक व्याख्या हासिल करने में मदद मिलेगी। 6. कालिक-क्षय को शरीर की नियमित रूप से होती रहनेवाली ऐसी क्षति समझा जा सकता है जिसकी पूर्ति नहीं हो पाती।7. नर की अधिक मरणशीलता के साथ परस्पर संबंध रखते हुए मादाओं की तुलना में उनका अधिक तेजी से कालिक-क्षय होता है। 8. इसके साथ हमारे जीव-विज्ञान के भी इस तरह बदलने की जरूरत थी कि हमारे शरीर के कालिक-क्षय (aging) की गति धीमी हो जाए। 9. अगर ऐसे जख्मों के होने की सम्भाव्यता काफी अधिक हो तो कालिक-क्षय धीमी करनेवाले तंत्र में ऊर्जा का आबंटन करने की युक्ति नहीं रह जाती है। 10. विकासात्मक वैज्ञानिक समझने की कोशिश करते हैं कि विकास की प्रक्रिया कालिक-क्षय को क्यों होने देती है और उनका मानना है कि इस सवाल का जवाब उनके पास है।