1. मासिकस्राव होने से पहले क्षोभक मूत्राशय हो जाता है। 2. रोगी को पूर्ण विश्राम देना तथा क्षोभक आहार बिलकुल रोग देना आवश्यक है। 3. रोगी को पूर्ण विश्राम देना तथा क्षोभक आहार बिलकुल रोग देना आवश्यक है। 4. ये क्षोभक चिंतन के आंतरिक परिणाम भी हो सकते हैं और बाह्य कारकों के भी। 5. हाइड्रोजन परॉक्साइड एक प्राथमिक क्षोभक है जो आंखों और श्वसनतंत्र को प्रभावित करता है और इसकी 6. एडी चोट के स्तर के नीचे किसी क्षोभक से होता है, आम तौर पर आंत-मूत्राशय क्रिया से जुड़ा होता है। 7. यदि कुछ ही घरों के भीतर अनेक व्यक्ति विषाक्तता के शिकार हुए हों, तो किसी खास वस्तु को क्षोभक ( 8. एडी चोट के स्तर के नीचे किसी क्षोभक से होता है, आम तौर पर आंत-मूत्राशय क्रिया से जुड़ा होता है। 9. किसी क्षोभक या उत्तेजक के बारे में ग्राही की प्रतिक्रिया जितनी ही सही होगी, उतनी ही पर्याप्त वह प्रतिक्रिया होगी। 10. प्रतिवर्त की भांति उसमें भी बाह्य क्षोभक (exciter) का प्रभाव और इसके उत्तरस्वरूप हुई क्रिया शामिल रहते हैं ।