1. ध्यान का अर्थ है गेस्टाल्ट को बदल डालना। 2. यह गेस्टाल्ट को बदलने की एक सरल विधि है। 3. ↑ मैनचेस्टर गेस्टाल्ट सेंटर की वेबसाइट से भावना पर एक लेख 4. प्रणालीतांत्रिक दृष्टि से गेस्टाल्ट और साहचर्यात्मक मनोविज्ञान एक ही कोटि में आते हैं। 5. पूरे गेस्टाल्ट का परिवर्तन-वस्तु की और नहीं देखना बल्कि देखने वाले को देखना है। 6. अचानक तुम पाओगे कि गेस्टाल्ट बदल गया, क्योंकि दो आंखें संसार और विचार का द्वैत पैदा करती है। 7. जब तुम गेस्टाल्ट को बदल देते हो तो तुम एक अंतराल को देखते हो, फिर दूसरे अंतराल को देखते हो। 8. सान्निध्य (Proximity): गेस्टाल्ट मनोविज्ञान का एक सिद्धांत कि अत्यंत निकट रहने वाले उपीपक एक समूह के रूप में बत्यक्षित होते हैं। 9. फिर भी दूसरे, प्रतीकात्मक आंदोलन और चेहरे की भावनाओं के घटकों द्वारा इनके इलाज़ की बात करते हैं (जैसे समकालीन गेस्टाल्ट थेरेपी.)[22] 10. फिर भी दूसरे, प्रतीकात्मक आंदोलन और चेहरे की भावनाओं के घटकों द्वारा इनके इलाज़ की बात करते हैं (जैसे समकालीन गेस्टाल्ट थेरेपी.)