1. इसे जनसाहित्य नाम दिया जा सकता है। 2. अपने इतिहास का निरमाण जनसाहित्य का सबसे बड़ा कार्यभार है। 3. चूंकि यह जनसाहित्य न रहकर लेखकों का पारिवारिक एजेंडा बन चुका है। 4. हिन्दी में साहित्यिक कृति और जनसाहित्य अलग अलग ख़ेमों में बंटे हैं. 5. उन्होंने इतिहास को आलोचक की दृष्टि से नहीं जनसाहित्य के इतिहासकार की दृष्टि से देखा था। 6. विभिन्न भारतीय भाषाओं के जनसाहित्य में जन संघर्षों को क्या उचित जगह मिल पा रही है? 7. साधारण जनजीवन विशिष्ट जीवन से भिन्न होता है अत: जनसाहित्य (लोकसाहित्य) का आदर्श विशिष्ट साहित्य से पृथक् होता है। 8. साधारण जनजीवन विशिष्ट जीवन से भिन्न होता है अत: जनसाहित्य (लोकसाहित्य) का आदर्श विशिष्ट साहित्य से पृथक् होता है। 9. वास्तव में भारत में जनतंत्र की ग्राह्यता तथा इसकी सफलता के आधारभूत कारणों में रामचरितमानस जैसा जनसाहित्य ही है. 10. वास्तव में भारत में जनतंत्र की ग्राह्यता तथा इसकी सफलता के आधारभूत कारणों में रामचरितमानस जैसा जनसाहित्य ही है.