1. जॉन प्लैट्स के कोश के अनुसार ज़ेंद में इसका रूप है घच। 2. जॉन प्लैट्स के कोश के अनुसार ज़ेंद में इसका रूप है घच । 3. इसमें ज़ेंद का अन या अना प्रत्यय लगने से फ़ारसी का दीवाना शब्द बना। 4. गौरतलब है कि संस्कृत के अभि उपसर्ग का ज़ेंद रूप अइवी या अइबी ( 5. इसमें ज़ेंद का अन या अना प्रत्यय लगने से फ़ारसी का दीवाना शब्द बना। 6. ज्वल् की मौजूदगी और फिर ज़ेंद में मौजूद अलाव से उसका साम्य देखना ज़रूरी होगा । 7. ज्वल् की मौजूदगी और फिर ज़ेंद में मौजूद अलाव से उसका साम्य देखना ज़रूरी होगा । 8. जॉन प्लैट्स के अनुसार भी फ़ारसी का ‘कम ', ज़ेंद (अवेस्ता) के ‘कम्ना' से आया है । 9. इन शब्दों का विकास ज़ेंद के तिघा से हुआ जिनका सम्बन्ध संस्कृत के तिज्, तिग्, तिग्म से ही है । 10. जॉन प्लैट्स के कोश में फ़ारसी के ‘रस ' का विकास क्रमशः पहलवी रश और ज़ेंद के राश से हुआ है ।