1. इस पर सूण्डियों का प्रकोप कम होता है तथा यह जैसिड प्रतिरोधी भी है। 2. साथ ही तापमान को ध्यान में रखते हुए माईट कीट, जैसिड और होपर की निरंतर निगरानी करते रहें। 3. जैसिड : ये हरें रंग के छोटे कीड़े होते हैं जो पौधों की कोशिका से रस चूस लेते हैं।4. जैसिड या हरा फुदका कीट, हरे रंग के कीट होते हैं, जिनकी पीठ पर काले धब्बे पाये जाते हैं।5. फल की बढ़वार की आरम्भिक अवस्था में मक्खी और जैसिड की रोकथाम के लिए 0. 05 मेटासिस्टोकस उथवा डाइमैथेएट का छिड़काव करना चाहिए। 6. पौध संरक्षणः-भिंडी के प्रमुख रोग पीत शिरा मौजक एवं चूर्णिल आसिता एवं नुकसानदायक कीट प्ररोेह एवं फल छेदक तथा जैसिड है। 7. पौध संरक्षणः-भिंडी के प्रमुख रोग पीत शिरा मौजक एवं चूर्णिल आसिता एवं नुकसानदायक कीट प्ररोेह एवं फल छेदक तथा जैसिड है। 8. जैसिड नर्म शरीर वाले हरे रंग के कीडे होते हैं जो पौधों के पत्तों और अन्य कोमल भागों का रस चूस लेते हैं।9. २ ५ ली प्रति हेक्टेयर तथा रसचूषक कीटों के लिए जैसे सफेद मक्खी, जैसिड , गंदीबक के नियंत्रण के लिए इमीडाक्लोरप्रिड १ ७. 10. जैसिड नर्म शरीर वाले हरे रंग के कीडे होते हैं जो पौधों के पत् तों और अन् य कोमल भागों का रस चूस लेते हैं।