1. त्रिताल और कहरवा संगीत में तबले या ढोल क की ताल होती हैं2. बिजली का त्रिताल और कहरवा जारी, शिव का यह कऊनसा नृत् य है 3. संगीत के सात स्वर और नृत्य के त्रिताल सम्पूर्ण भारत में समान रूप से प्रचलित हैं। 4. हालांकि कई गायक इसे ' सितारवानी ' या ' जलद त्रिताल ' में भी गाते हैं। 5. जो ख्याल चपल चाल से त्रिताल , एक ताल अथवा झपताल में गाया जाता है वह द्रुत ख्याल है; 6. जो ख्याल चपल चाल से त्रिताल , एक ताल अथवा झपताल में गाया जाता है वह द्रुत ख्याल है; 7. 8 लोकगीतों में प्राय: त्रिताल (16 मात्रा) और चौताल (12 मात्रा) चलता है । 8. इसको किसी एक राग में बाँधकर भी गा सकते हैं. यह अधिकतरकहरवा, दादरा, धुमाली, रूपक एवम् त्रिताल आदि तालों गाया जाता है. 9. इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए दोनों बहनों ने एकताल में पहले संक्षिप्त आलाप पेश किया, उसके बाद त्रिताल में द्रुत वादन किया। 10. यह बंदिश सन १ ९ ५ ७ में स्वर्ण सुंदरी फ़िल्म के लिये आदि नारायण राव नें संगीत बद्ध की, (ताल त्रिताल ).