1. आवृत्तियों से उठने वाली ध्वनि- तरंगो का एक गति-चक्र बन जाता है। 2. कला निर्देशन-अशोक बोस संगीतकार-सत्यजीत राय, ध्वनि- सुजीत सरकार अवधि-121 मिनट। 3. और वे सब विज्ञापन प्रसारण सेवा मुम्बई द्वारा पूर्व ध्वनि- मूद्रीत होते थे । 4. ध्वनि- वैज्ञानिकों के अनुसार जितनी प्राकृतिक ध्वनियाँ हैं, वे सब बहुत लाभकारी होती हैं।5. (3) मानव-शरीर के ध्वनि- उत्पादक यन्त्र् कण्ठ एवं श्रवणेन्दि्रय का वैज्ञानिक निरूपण एवं पाश्चात्य वर्गीकरण; 6. मंदिर से यह निकली हुई यही ध्वनि- विद्युत तरंगें आस-पास के पूरे वातायन को पवित्र-पावन कर देती है। 7. निस्सन्देह कम्प्यूटर की ध्वनि- तकनीक पर ऐसी जटिल और बेसिरपैर की समस्या का स्वत: समाधान हो जाना कितना कठिन है। 8. मंत्रोच्चारण के माध्यम से वातावरण में विशिष्ट प्रकार की ध्वनि- तरंगों को उत्पन्न कर ध्वनि-प्रदूषण के कुप्रभाव को रोका जा सकता है। 9. मूल पटकथा-सत्यजीत राय छायांकन-सुब्रत मित्रा संपादन-दुलाल दत्ता कला निर्देशन-बंसी चंद्रगुप्ता संगीतकार-सत्यजीत राय, ध्वनि- दुर्गादास मित्रा अवधि-102 मिनट 10. ध्वनि- प्रदूषण को रोकने के लिए बोलना तो बंद नहीं किया जा सकता ; पर उसपर संयम अवश्य ही रखा जा सकता है।