1. बैंगन की पत्तियों में हल्का निद्राकारी तत्व उपस्थित रहता है। 2. कोडीन, मॉर्फीन आदि ऐल्कैलायड भी निद्राकारी हैं, जो अफीम से निकाले जाते हैं। 3. कोडीन, मॉर्फीन आदि ऐल्कैलायड भी निद्राकारी हैं, जो अफीम से निकाले जाते हैं। 4. अनिद्रा की अवस्था के लिये मृदु प्रकार की निद्राकारी ओषधियों का सेवन करना उत्तम है। 5. कोडीन, मॉर्फीन आदि ऐल्कैलायड भी निद्राकारी हैं, जो अफीम से निकाले जाते हैं। 6. अनिद्रा की अवस्था के लिये मृदु प्रकार की निद्राकारी ओषधियों का सेवन करना उत्तम है। 7. निद्राकारी दवाइयां (Sedatives)-स्ट्रोक के बाद रोगी को नींद न आना सामान्य घटना है।8. (ग) निद्राकारी -रोगी को अधिक कष्ट के समय निद्राकारियों का सेवन कराया जाता है, जिससे रोगी सो जाए। 9. (ग) निद्राकारी -रोगी को अधिक कष्ट के समय निद्राकारियों का सेवन कराया जाता है, जिससे रोगी सो जाए। 10. ओपिओइड सहनशक्ति, जो निद्राकारी के एक चिकित्सकीय उपयोग की सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया के रूप में घटित हो सकते हैं.