1. ” चुप फ़रिश्ते पक्षहीन नहीं होते. 2. हम अपनी मुर्दा पक्षधरता के साथ पक्षहीन जिन्दा है 3. चुप फ़रिश्ते पक्षहीन नहीं होते. 4. जिय पक्षहीन होने के बावजूद अपने सिनेमा से उम्मीद जगाते हैं। 5. जिय पक्षहीन होने के बावजूद अपने सिनेमा से उम्मीद जगाते हैं। 6. कुछ जातियों में नर या मादा ही पक्षहीन होते हैं और कुछ जातियों में नर तथा मादा दोनों ही पक्षहीन होते हैं। 7. कुछ जातियों में नर या मादा ही पक्षहीन होते हैं और कुछ जातियों में नर तथा मादा दोनों ही पक्षहीन होते हैं। 8. अग्नि तत्व राशि सिंह राशि में सूर्य के साथ चंद्रमा (पक्षहीन दोनों पाप ग्रह तीसरे पाप ग्रह केतु के साथ कर्म क्षेत्र में बलवान हैं। 9. इस उपगण की बहुत सी जातियाँ पक्षहीन भी होती हैं, किन्हीं किन्हीं जातियों के केवल नर ही पक्षहीन होते हैं, या नरों में केवल एक ही जोड़ी पक्ष होते हैं। 10. इस उपगण की बहुत सी जातियाँ पक्षहीन भी होती हैं, किन्हीं किन्हीं जातियों के केवल नर ही पक्षहीन होते हैं, या नरों में केवल एक ही जोड़ी पक्ष होते हैं।