1. परितुष्टि भी करती है किंतु उसका यह संस्कार इच्छारहित होता है।2. वाह्य परिवेश से अचेत अतृप्त कामनाओं की शीघ्रातिशीघ्र परितुष्टि चाहता है। 3. यह id बाह्य परिवेश से अचेत अतृप्त कामनाओं की शीघ्रातिशीघ्र परितुष्टि चाहता है। 4. आपूर्तिकर्ताओं, सेवा प्रदाताओं, व्यापार भागीदारों आदि से कोई भी व्यक्तिगत परितुष्टि स्वीकार नहीं करना। 5. उपमानसिंह की, उपमानसिंह ने जीवन में स्व की परितुष्टि को ही सर्वस्व माना और बड़े 6. (नोट: व्यक्तिगत परितुष्टि में सामान्य मनोरंजन और बिना महत्वपूर्ण मूल्य के तोहफों का समावेश नहीं होगा) 7. पोर्नोग्राफी में हम पाते है कि पुरुषों की कामुक परितुष्टि को नारी-इच्छा के रूप में पेश किया जाता है। 8. पोर्नोग्राफी में हम पाते है कि पुरुषों की कामुक परितुष्टि को नारी-इच्छा के रूप में पेश किया जाता है। 9. गुरु से मिलने वाली परितुष्टि के आधार पर ही आप गुरु को चुनते हैं और आपका यह चुनाव आप की तुष्टि पर ही आधारित होता है। 10. जब शारीरिक या वैचारिक कारणों से, परितुष्टि , आराम या किसी और ख्वाहिश की वजह से प्रेमपात्र महत्वपूर्ण हो जाता है तब प्रेम गौण हो जाता है..