1. पारगमित प्रकाश की तीव्रता तथा (2. फोटॉन द्वारा पारगमित पदार्थ में प्रत्येक स्थान पर, अंतःक्रिया की सम्भावना रहती है. 3. पर जाता है और शेष आधा प्रकाश अरजतित भाग से पारगमित होकर सीधा दर्पण 4. फोटॉन द्वारा पारगमित पदार्थ में प्रत्येक स्थान पर, अंतःक्रिया की सम्भावना रहती है. 5. जिस स्थिति में दोनों आयाम बराबर हो जाते हैं, उसमें पारगमित प्रकाश वृत्तध्रुवित हो जाता है। 6. पारगमित बृहस्पति जन्म के चन्द्र के अभिमुख हैं जो इनकी प्रसिद्धी और लोकप्रियता को बढ़ायेगा ।7. जिस स्थिति में दोनों आयाम बराबर हो जाते हैं, उसमें पारगमित प्रकाश वृत्तध्रुवित हो जाता है। 8. २ ० १ ४ जून के मध्य तक पारगमित बृहस्पति उत्कर्ष मंगल के साथ विपरीत में होगा। 9. हो जाता है और पारगमित प्रकाश का लोप हो जाता है, चाहे आपतित प्रकाश के आयाम का मान ( 10. यहाँ (Ii) = आपाती प्रकाश तीव्रता ; (Ia) = पारगमित प्रकाश की तीव्रता तथा (d) माध्यम की तह की मोटाई है।