1. लेप्टॉन फर्मिऑन होते है जिनकी प्रचक्रण १ / २ होती है। 2. प्रचक्रण बढ़ाना “, दूसरे का अर्थ है ”3. इस प्रकार, अब प्रचक्रण समानांतर होंगे (लौहचुंबकत्व ठोस में, प्रतिचुंबकत्व दो-परमाणु गैसों में). 4. इस प्रकार, अब प्रचक्रण समानांतर होंगे (लौहचुंबकत्व ठोस में, प्रतिचुंबकत्व दो-परमाणु गैसों में). 5. क्वांटम यांत्रिकी का गणितीय सूत्रीकरण, विशेष रूप से प्रचक्रण और पाउली सिद्धांत पर अध्याय). 6. वे भी क्वांटम-यांत्रिक प्रचक्रण से उभरने वाले “आंतरिक” चुंबकीय द्विध्रुव से उत्पन्न होते हैं. 7. क्वांटम यांत्रिकी का गणितीय सूत्रीकरण, विशेष रूप से प्रचक्रण और पाउली सिद्धांत पर अध्याय). 8. वे भी क्वांटम-यांत्रिक प्रचक्रण से उभरने वाले “आंतरिक” चुंबकीय द्विध्रुव से उत्पन्न होते हैं. 9. इनकी आंतरिक प्रचक्रण १ / २ होती है, अतः यह फर्मीय होते है। 10. सामान्य क्वांटम यांत्रिकी में, प्रचक्रण एक नई घटना है और इसको समझाया नहीं जा सकता।