1. करीब सात बजकर 13मिनट पर प्रच्छाया चरण में जाएगा। 2. बनती प्रच्छाया और जहां-तहां लटकती दूसरी छायाओं के संरक्षण में कुल कोई पचास-पचपन 3. प्रच्छाया , उपच्छाया, छायारेखा तथा प्रकाशित भाग वर्णनात्मक ज्यामिति द्वारा सरलता से निरूपित किए जा सकते हैं।4. दस बजकर 39मिनट पर यह प्रच्छाया चरण से निकल जाएगा और 11बजकर 47मिनट पर समाप्त हो जाएगा। 5. कहीं हमारे ग्रंथों में इंद्र के इस दानवी स्वरुप की प्रच्छाया अवेस्ता से तो नहीं आई है? 6. चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति कों कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। 7. क्या होता है चंद्रग्रहण चंद्रग्रहण वह खगोलीय स्थिति हैं जब के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। 8. क्या होता है चंद्रग्रहण चंद्रग्रहण वह खगोलीय स्थिति हैं जब के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। 9. चूँकि प्रच्छाया (अंग्रेजी: अम्ब्रा) पृथ्वी के केंद्र के उत्तर से गुजरती है अतः इस उदाहरण में गामा का मान +0.75 है। 10. धूप उग्र होती जा रही थी. सीढ़ियों पर मंदिरों-आश्रमों की बनती प्रच्छाया और जहां-तहां लटकती दूसरी छायाओं के संरक्षण में कुल कोई पचास-पचपन लो ग.