1. कहा जाता है, जैसे फलमक्खी ड्रॉसोफिला ( 2. इनमें मुख्यत: रेड पम्पकिन बीटल(लाल कीड़ा),चेंपा, फलमक्खी ,पाउडरी मिल्डयू (चूर्णिल आसिता) तथा डाउनी मिल्डयू (रोमिल आसिता) मुख्य है। 3. हॉफमैन व उनके साथियों ने फलमक्खी के टोल जीन के म्यूटेन्टों को जीवाणु व अन्य रोगाणुओं से संक्रमित कराया। 4. चेंपा तथा फलमक्खी से बचाव के लिए इण्डोसल्फान 2 मिली लीटर दवा प्रति लीटर पानी के हिसाब से घोल बना कर पौधों पर छिड़काव करें। 5. चैम्पा तथा फलमक्खी से बचाव के लिए एण्डोसल्फान 2 मिली लीटर दवा प्रति लीटर पानी के हिसाब से घोल बना कर पौधों पर छिड़काव करें। 6. एण्डोसल्फान या थायोडान का 6 मिलीलीटर प्रति 4. 5 लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करने से भी फलमक्खी की संख्या में कुछ कमी की जा सकती है। 7. 3. एण्डोसल्फान या थायोडान का 6 मिली प्रति 4.5 ली पानी में घोलकर छिडकाव करने से भी फलमक्खी की संख्या में कुछ कमी की जा सकती है। 8. कददुवर्गीय सब्जियों व टमाटर में फलमक्खी के प्रकोप के प्रति भी सावधान रहें| खेतों में फलमक्खी के नज़र आते ही 10 मि. ली. मेलाथियान 50 ई.सी. तथा 50 ग्रा. 9. कददुवर्गीय सब्जियों व टमाटर में फलमक्खी के प्रकोप के प्रति भी सावधान रहें| खेतों में फलमक्खी के नज़र आते ही 10 मि. ली. मेलाथियान 50 ई.सी. तथा 50 ग्रा. 10. इनमें मुख्यत: रेड पम्पकिन बीटल (लाल कीड़ा), चेंपा, फलमक्खी , पाउडरी मिल्डयू (चूर्णिल आसिता) तथा डाउनी मिल्डयू (रोमिल आसिता) मुख्य हैं।