1. फेल्स्पार साधारणत: पोटाश किस्म का ऑर्थोक्लेस और माइक्रोक्लाइन, (2. अधिकांश स्फटिक-बालू में थोड़ा बहुत फेल्स्पार तो होता ही है। 3. अधिकांश स्फटिक-बालू में थोड़ा बहुत फेल्स्पार तो होता ही है। 4. अधिकांश स्फटिक-बालू में थोड़ा बहुत फेल्स्पार तो होता ही है। 5. ग्रेनाइट के फेल्स्पार आक्रांत होते हैं और केओलिनाइट (Al2O2. 2 Sio2. 6. फेल्स्पार के अणु में क्लोरीन के समावेश से स्केपोलाइट नामक खनिज बन जाता है।7. ग्रेनाइट में फेल्स्पार आक्रांत होकर, अभ्रक में जो बहुधा लीथियम युक्त होता है, परिवर्तित हो जाते हैं। 8. ऐल्बाइट इस प्रकार के वाष्पखनिजन से अप्रभावित रह कर बच जाता है, जब कि पोटैश, फेल्स्पार पूर्णत: नष्ट हो जाते हैं। 9. ग्रैनाइट (Granite, कणाशम) मणिभीय दानेदार शिला है, जिसके प्रमुख अवयव स्फटिक (quartz) और फेल्स्पार (feldspar) हैं। यह आग्नेय (इग्नेयस) पाषाण है। 10. ग्रैनाइट (Granite, कणाशम) मणिभीय दानेदार शिला है, जिसके प्रमुख अवयव स्फटिक (quartz) और फेल्स्पार (feldspar) हैं।