1. इस प्रक्रिया को स्वयं के अलावा, प्रभावी बहि: 2. और अंत: और बहि: पक्षाभिका ( 3. नाट्यशास्त्र का रचनाकाल, निर्माणशैली तथा बहि: 4. इन पेशियों के ये नाम हैं: बहि: प्रकोष्ठमणिबंध प्रसारणी दीर्घ तथा लघु ( 5. इनके नाम ये हैं: वर्तुल अवताननी, दीर्घकरतला, बहि: और अंत: मणिबंध आकुचनी ( 6. कबीर साहब तीर्थयात्रा अथवा हज करने को विशेष महत्व नही देते थे किन्तु अन्त: साक्ष्य और बहि: 7. इस प्रकार पहली कंडरा जानुपृष्ठ के खात (popliteal fossa) की बहि: सीमा और शेश दोनों अंत: सीमा बनाती हैं। 8. यह व्यापार के नकद अन्त: प्रवाहों और नकद बहि: प्रवाहों के बीच अन्तर के रूप में परिकलित किया जाता है। 9. योनि की अंत: सीमा गर्भशय की ग्रीवा (cervix uteri) तथा बहि: सीमा योनि का अग्रद्वार है, जो भग (valva) में खुलता है। 10. की 8 से 10 इंच लंबी नलिका है, जिसके अंत में वृत्ताकार पेशीय तंतुओं की संख्या में अतिवृद्धि होने से दो बहि: