1. इनमें भ्रूणीय बहिर्जनस्तर में एक गुहा उत्पन्न होती है। 2. इस भंज के बहिर्जनस्तर और मध्यजनस्तर दोनों होते हैं। 3. ऐंफ़िबिया में बहिर्जनस्तर गैस्ट्रुला के बाहरी तल पर होता है। 4. यह एक बाहरी स्तर, बहिर्जनस्तर और आंतरिक मध्यजनस्तर की बनी होती है। 5. बहिर्जनस्तर से आहारनाल और उससे संबद्ध ग्रंथियाँ तथा फेफड़े उत्पन्न होते हैं।6. संपरीक्षात्मक भ्रूणतत्व ने यह सिद्ध कर दिया है कि बहिर्जनस्तर और मध्यजनस्तर अंतिर्निमेय हैं। 7. इस गुहा की भित्ति का आंतरिक स्तर बहिर्जनस्तर का बना होता है और बाहरी मध्यजनस्तर का। 8. स्तनग्रंथियों को त्वचाग्रंथि माना जाता है क्योंकि त्वचा की तरह इनकी भ्रूणीय उत्पत्ति भी बहिर्जनस्तर ( 9. प्रतिपृष्ठ के बहिर्जनस्तर और मध्यजनस्तर के बाहरी भाग, त्वचा, उसके उपांग (अपेंडेजेज़, Appendages) और उसकी ग्रंथियों को उत्पन्न करते हैं। 10. स्तनग्रंथियों को त्वचाग्रंथि माना जाता है क्योंकि त्वचा की तरह इनकी भ्रूणीय उत्पत्ति भी बहिर्जनस्तर (ectoderm) की वृद्धि से होती है।