1. यह भी कोई ब्लिंकर से प्रतीत होता है. 2. ये ब्लिंकर कम एनर्जी में अधिक समय तक चलते हैं। 3. दुर्घटना संभावित सभी चौराहों पर सड़क किनारे ब्लिंकर लगाए जाने का भी प्रस्ताव है। 4. इन स्थानों पर ब्लिंकर लाइटें, डिवाइडर और संकेत बोर्ड आदि लगाने की योजना है। 5. सोलर एनर्जी से चलने वाली टॉर्च में रेडियो, ब्लिंकर व मोबाइल चार्जर भी अटैच मिलता है। 6. पीसीआर गाड़ी की मौजूदगी दर्ज कराने के लिए उनमें लगे रेड ब्लिंकर हमेशा ऑन करके रखे जाते हैं। 7. सोलर टॉर्च सोलर एनर्जी से चलने वाली टॉर्च में रेडियो, ब्लिंकर व मोबाइल चार्जर भी अटैच मिलता है। 8. दुर्घटना की संभावना वाली जगहों और चौराहों पर रिफ्लेक्टर, ब्लिंकर और प्लास्टिक के स्प्रिंगर लगाने की भी योजना है। 9. मुझे नहीं लगता कि इससे हर बार कविता को कोई संरचनागत लाभ मिलता हो, पर हां, ब्लिंकर ज़रूर लग जाता है. 10. गाड़ी की बैटरी पर ज्यादा जोर न पड़े, इसके लिए पीसीआर की सभी गाडि़यों में एलईडी वाले ब्लिंकर लगवाए जा रहे हैं।