1. ' चतुर्णामपिवर्णानामेषधर्म: सनातन:।' अर्थात् 'चारों वर्णों के यथोक्त कृषि 2. स्नानेनानेन में देव यथोक्त फल प्रदो भव।। 3. उपोषण त्रयं प्रोक्तं यथोक्त फलदं नृ प. 4. “ श्रद्धावान लभते फलं” म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते. 5. शेष १ ० रातों को यथोक्त ऋतुकाल की समझना चाहिए । 6. संलग्नक: यथोक्त एम के माईती उप निदेशक (प्रशासन) कृते मुख्य कार्यकारी अधिकारी 7. एक अच्छे विषय के प्रवर्तन और संवहन के लिए आंग्ल भाषा के यथोक्त संदर्भ का आगाज अनुचित अनावश्यक लगा... 8. स्त्रियों का यथोक्त ऋतुकाल अर्थात गर्भाधान करने का समय रजोदर्शन से १ ६ दिन तक की अवधि का होता है । 9. ' अर्थात् ‘ चारों वर्णों के यथोक्त कृषि आदि सनातन धर्म हैं ' और मध्य में यहाँ तक लिखा हैं कि: 10. आपके बस इसी (यथोक्त ) कदम से मैं आपके ६ खून माफ़ कर चुका हूँ,जिसमें ३ आप अभी भी कर सकते हैं लाईव हैं..