1. इनमें कौन सा लेखकत्व है-जरा देखें. 2. पाठक का लेखकत्व : गिरिराज किराड़ू 3. “डेल्फियाई मंदिर पर बने तीन वचनों के वास्तविक लेखकत्व को अनिश्चित छोड़ा जा सकता है. 4. विद्वानों के एक जोड़े के अनुसार, “डेल्फियाई मंदिर पर बने तीन वचनों के वास्तविक लेखकत्व को अनिश्चित छोड़ा जा सकता है. 5. यह हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया आवेदक को लेखकत्व की गारंटी देती है, लेकिन गुणवत्ता या कोड की सुरक्षा की गारंटी नहीं देती. 6. यह ईसप के वास्तविक लेखकत्व की बजाय उसके नाम की शक्ति का सबूत अधिक है, जिसने ऐसी कहानियों को अपनी ओर खींचा. 7. यह हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया आवेदक को लेखकत्व की गारंटी देती है, लेकिन गुणवत्ता या कोड की सुरक्षा की गारंटी नहीं देती. 8. यह ईसप के वास्तविक लेखकत्व की बजाय उसके नाम की शक्ति का सबूत अधिक है, जिसने ऐसी कहानियों को अपनी ओर खींचा. 9. यह हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया आवेदक को लेखकत्व की गारंटी देती है, लेकिन गुणवत्ता या कोड की सुरक्षा की गारंटी नहीं देती. 10. [10] विद्वानों के एक जोड़े के अनुसार, “ डेल्फियाई मंदिर पर बने तीन वचनों के वास्तविक लेखकत्व को अनिश्चित छोड़ा जा सकता है.