1. वाग्युद्ध वीर, क्षण क्रुद्ध धीर, नित कर्म निष्ठ ।2. आचार्य केशव एवं आचार्य मिश्र के बीच वाग्युद्ध प्रारंभ होता है। 3. आचार्य केशव एवं आचार्य मिश्र के बीच वाग्युद्ध प्रारंभ होता है। 4. मोहन चुपचाप अपने ग्रासों के साथ वाग्युद्ध और दन्तघर्षण करने लगा। 5. मायावतीजी और मेनकाजी के वाग्युद्ध की भी चर्चा कम नहीं रही । 6. अब बाण युद्ध विराम पर था, शुरू हो गया था वाग्युद्ध | 7. इस्राइल और ईरान के बीच चल रहा खुला वाग्युद्ध वास्तविक युद्ध के निकट पहुंचता दिखाई पड़ रहा था। 8. खिन्न से खिन्न मनोदशा में भी रश्मि दर्शन शास्त्र के किसी भी विषय पर वाग्युद्ध करने के लिए तैयार हो जाती थी। 9. निष्कर्ष यही निकलता है पिछले दो वर्षों से केंद्र तथा राज्य सरकार में बुंदेलखंड को लेकर सिर्फ वाग्युद्ध चल रहा है, जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया गया। 10. मुक्का बांध उलटकर अपनी कमर पर कुछ यों रख लिया गोया अब जमकर वाग्युद्ध करने वाली हो, ‘‘ हम झूठ काहे बोलेंगे? यह नयी तो है ही...