1. मिलिए पचपन साल की वासुमती श्रीनिवासन से। 2. वासुमती श्रीनिवासन हर तरह से एक दक्षिण भारतीय मध्यमवर्गीय परिवार की घरेलू महिला लग रही हैं।3. आर्यिका वासुमती जीको सत्संगति से एवं जग की असारता का ज्ञान होने से पुत्रीबाई की वैराग्यभावना जाग उठी. 4. मूल रूप से बंगलौर की वासुमती ने पिछले साल महिलाओं के ऊंट सवारी कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। 5. ' वासुमती इस बात को लेकर चिंतित हैं कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते पहाड़ों को नुकसान पहुंच रहा है। 6. वहीं अनुभवी सदस्यों में चावला जागीरदार (गुजरात), वासुमती श्रीनिवासन (कर्नाटक) एवं विमला देवस्कर (महाराष्ट्र) शामिल थीं। 7. साथ ही वासुमती और उनकी बेटी स्मिथा पहली ऐसी मां-बेटी हैं, जो देश की हिमालय की 6,553 मीटर ऊंची कुलू पूमोरी चोटी पर चढ़ी हैं। 8. ' किसी चोटी को फतह करने के अपने अनुभव के बारे में वासुमती बताती हैं, ' किसी भी चोटी पर पहुंचने पर मैं काफी भावुक हो जाती हूं। 9. अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए वासुमती कहती हैं, ' मुझे हमेशा से इस बात की उत्सुकता रहती थी कि पहाड़ियों के दूसरी ओर क्या है? 10. आचार्य श्री से दीक्षित आर्यिका में आर्यिका वीरमति माताजी, आर्यिका कुन्थुमति माताजी, आर्यिका सुमतिमति माताजी, आर्यिका पार्श्वमति माताजी जी, आर्यिका इंदुमती माताजी जी, आर्यिका सिद्धमति माताजी जी, आर्यिका ज्ञान मति माताजी जी, आर्यिका वासुमती माताजी, आर्यिका सुपार्श्वमति माताजी जी प्रमुख है ।