1. उसमें विचार-शैली क्रमशः धर्म-प्रधान और सत्य प्रधान है। 2. आचरण बदल कर विचार-शैली नहीं बदलती। 3. के पीछे जुड़ी विशेषताओं तथा विचार-शैली पर विकास दल की ओर से एक वीडियो देखें 4. विचार-शैली को मानवीयता के पक्ष में बदलने के लिए ही मध्यस्थ-दर्शन के अध्ययन का प्रस्ताव है।5. ' उस समय के निकट हिंदु दर्शन के प्रभाव से इसराइल में एक और विचार-शैली ने जन्म लिया, जिसे 'कब्बाला' ( 6. मानव मानव के बीच व्यवहार के लिए विचार-शैली को समाज के स्तर पर क्रियान्वयन का स्वरूप व्यवहार-वादी समाजशास्त्र स्पष्ट करता है. 7. नये शब्द, मुहावरे और साहित्यिक विधाओं ने इस देश की धरती में जड़े जमाई और नये प्रतीकों तथा धारणाओं ने उनकी विचार-शैली को सम्पन्न किया। 8. सूफी फकीरों ने हिंदू साधुओं के रहन सहन, रंग-ढ़ंग, भाषा और विचार-शैली को अपना कर अपने ह्रदय की उदारता का परिचय दिया । 9. नये शब्द, मुहावरे और साहित्यिक विधाओं ने इस देश की धरती में जड़े जमाई और नये प्रतीकों तथा धारणाओं ने उनकी विचार-शैली को सम्पन्न किया। 10. उनकी कथन, विचार-शैली एवं प्रतिपादन कौशल के कारण ही वे न केवल भारत में वरन विदेशों के गणमान्यजनों के अध्ययन एवं गहन चर्चा के विषय बन गए।