1. निश्चय ही इस ज्ञान को विज्ञान-दर्शन का सुचिन्तित समर्थन भी था। 2. निश्चय ही इस ज्ञान को विज्ञान-दर्शन का सुचिन्तित समर्थन भी था। 3. निश्चय ही इस ज्ञान को विज्ञान-दर्शन का सुचिन्तित समर्थन भी था। 4. किन्तु विज्ञान-दर्शन , जो वैज्ञानिक बोध की समीक्षा करता है, विज्ञान की सहायक विद्या मात्र नहीं है। 5. यहां पर विज्ञान-दर्शन में प्राप्त विश्लेषण की धारणा का महत्व गीत-सृजन में भी हो सकता है। 6. किन्तु विज्ञान-दर्शन , जो वैज्ञानिक बोध की समीक्षा करता है, विज्ञान की सहायक विद्या मात्र नहीं है। 7. किन्तु विज्ञान-दर्शन , जो वैज्ञानिक बोध की समीक्षा करता है, विज्ञान की सहायक विद्या मात्र नहीं है। 8. उधर विज्ञान-दर्शन का जो विकास हुआ है, वह विज्ञान के सम्बंध को वस्तुपरकता के साथ-साथ दृष्टा या विषयगत से भी मानता है। 9. जिसे हम विज्ञान-दर्शन कहते हैं उसका, दर्शन की निजी दृष्टि में यही उपयोग है कि वह वैज्ञानिक शोध के स्वरूप और सीमाओं की समुचित अवगति या जानकारी दे। 10. जिसे हम विज्ञान-दर्शन कहते हैं उसका, दर्शन की निजी दृष्टि में यही उपयोग है कि वह वैज्ञानिक शोध के स्वरूप और सीमाओं की समुचित अवगति या जानकारी दे।