1. माया से विभ्रांत चेतना, को अवचेतन पथ पर लायें 2. आज हमारे मन में विभ्रांत हैं। 3. जब पौड़ी के लोगों ने यह सुना, वे विभ्रांत एवं भयभीत हो गये। 4. जब पौड़ी के लोगों ने यह सुना, वे विभ्रांत एवं भयभीत हो गये। 5. इस व्यथा को झेलता आकाश की निस्सीमता में घूमता फिरता विकल, विभ्रांत पर, कुछ भी न पाता. 6. इस व्यथा को झेलता आकाश की निस्सीमता में घूमता फिरता विकल, विभ्रांत पर, कुछ भी न पाता. 7. सबसे बड़ी बात यह है कि इतने सालों बाद भी अरुण गांगुली असहाय की भांति, विभ्रांत से उसके पास आए हैं। 8. और वे लोग जिनके निर्देशों ने मुझे एक समय येन-केन-प्रकारेण विभ्रांत कर दिया था, किन्तु पिफर जिस पर मैंने ८ारा भी ध्यान नहीं दिया। 9. मैंने ये क्यों नहीं देखा कि विभ्रांत सी मै अपने आपको उन लहरों के निमंत्रण में समर्पित कर बैठी.?? मै आप से ही पूछती हूँ.. 10. इस समाज में सामाजिक दायित्व पालन करने का आवाहन, जो प्रायः नेताओं के भाषणों में होता है, छलना मात्र है, प्रतिपक्ष को विभ्रांत करने का कौशल है.