1. यहाँ पर खुदाई से कुल 57 शवाधान पाए गए हैं। 2. चमोली गढ़वाल के मलारी गांव में और पश्चिमी रामगंगा घाटी महापाषाणकालीन शवाधान मिले हैं। 3. एक स्थान से शवाधान के लिए प्रयोग होने वाले ईटों का एक छोटा कमरा भी मिला है। 4. यह उन लोगों के नामों की सूची है, जिन्होंने यीशु के मृत शरीर के शवाधान में भाग लिया: 5. कुछ शवाधान से मिट्टी के पकाए गए आभूषण, शंख की चूड़ियां, गोमेद पत्थर के मनके, तांबे की अंगूठियां आदि प्राप्त हुयी हैं। 6. परम्परा की तलाश में एक और तह पर चलें-छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले का एक बड़ा भाग प्राचीन महापाषाणीय (मेगालिथिक) शवाधान संस्कृति के प्रमाण युक्त है। 7. इन समाधियों में मानव शवाधान के साथ ही वस्तुएँ भी हैं जो इस बात का संकेत हैं कि मेहरगढ़ वासी धर्म के आरंभिक स्वरूप से परिचित थे। 8. इन समाधियों में मानव शवाधान के साथ ही वस्तुएँ भी हैं जो इस बात का संकेत हैं कि मेहरगढ़ वासी धर्म के आरंभिक स्वरूप से परिचित थे। 9. परम् परा की तलाश में एक और तह पर चलें-छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले का एक बड़ा भाग प्राचीन महापाषाणीय (मेगालिथिक) शवाधान संस् कृति के प्रमाण युक्त है। 10. शवाधान क्षेत्र की संरचना अवशेष को बहादुर कलारिन की माची मानना और इस पृष् ठभूमि पर तैयार नाटक में शरीर की नश् वरता का गीत ' चोला माटी के...